छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के बारे में
छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड का गठन:-
छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड अधिनियम 1998 की धारा चार द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश दिनांक 6 मई 2003 द्वारा छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड का गठन किया गया है।
मदरसा बोर्ड के गठन का उद्देश्य:-
छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड का मुख्य उद्देश्य मदरसा बोर्ड में पंजीकृत दीनी मदरसों की धार्मिक शिक्षा (दीनी तालीम) के साथ-साथ उनमें अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को आधुनिक शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु कार्यक्रमों का निर्धारण एवं उनका क्रियान्वयन करना।
छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड की उल्लेखनीय उपलब्धियां
राज्य के बाहर बरेली उ.प्र. में मुदर्रिसों (मदरसा शिक्षकों) का प्रशिक्षण (सत्र 2010-11)
मदरसों के विधार्थियों की राज्य स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में भागीदारी (सत्र 2010-11)
मदरसा बोर्ड की वेबसाईट का निर्माण एवं मदरसा बोर्ड के परीक्षा परिणाम इंटरनेट पर (सत्र 2011-12 से प्रारंभ )
कार्यशालाओ का आयोजनः
प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक पाठ्यक्रम नवीनीकरण कार्यशाला (सत्र 2010-11)
हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी पत्राचार पाठ्यक्रम नवीनीकरण कार्यशाला (सत्र 2010-11)
उर्दू मोअल्लिम पाठ्यक्रम निर्माण कार्यशाला (सत्र 2010-11)
राज्य स्तरीय मुदर्रिस प्रशिक्षण संदर्शिका निर्माण कार्यशाला ( सत्र 2011-12)
SPQEM योजना के तहत पुस्तकालय हेतु राज्य स्तरीय उर्दू/अरबी पुस्तक चयन कार्यशाला ( सत्र 2011-12).
शासन द्वारा मदरसा बोर्ड के सेटअप की स्वीकृति (सत्र 2012-13)
मदरसा प्रवेश उत्सव ( सत्र 2012-13 से प्रारंभ)
कौशल विकास उन्नयन योजनांतर्गत पंजीकृत मदरसों का वी. टी. पी. के रूप में पंजीयन ( सत्र 2014-15 से प्रारंभ)
ग्रीन बोर्ड प्रदाय – पंजीकृत प्राथमिक मदरसो को 2 तथा पूर्व माध्यमिक मदरसो को 1 नग ग्रीन बोर्ड प्रदाय किया गया है ! (सत्र 2015-16 )